Monday, July 23, 2012

एक लौ और बुझ गई

जंगे आज़ादी की एक लौ और बुझ गई 
आज़ाद हिंन्द फौज में नेताजी सुभाष चन्द
बोस  की सहयोगी ,रानी झाँसी ब्रिगेड की
कैप्टन डा.लक्ष्मी सहगल जीवन का शतक
पूरा नहीं कर सकी । 98वर्ष की आयु में अपनी
लम्बी पारी खेल कर कैप्टन आउट हो गई।
24.10.1914 को मद्रास में जन्मी लक्ष्मी 1938
में ऍम.बी .बी .एस .कर डाक्टर बनी और 1940
में सिंगापूर चली गयी ।1943में नेताजी से वही
पर उनकी मुलाकात हुई और स्वतन्त्रता सैनानी
माता पिता की संतान भी आज़ादी की लडाई में
कूद पड़ी । आज़ाद भारत में पति श्री पी.के.सहगल
के साथ कानपूर आकर समाज सेवा और गरीब ,
मजदूरों को संगठित करने में जुट गई ।डाक्टर
सहगल ने डा.कलाम के सामने राष्ट्रपति पद पर
चुनाव लड़ कर अपना सांकेतिक विरोध भी  दर्ज
कराया था । आज़ादी की वो लौ 23.07.2012 को
पंचतत्व में विलीन हो गई ।
 जय लोक मंगल परिवार एवं सर्वभाषा संस्कृति
 समन्वय समिति की हार्दिक श्रद्धांजलि
                        रजनी कान्त शर्मा "राजू"

Tuesday, September 14, 2010

trial: हिंदी दिवस पर विशेष ह से हिंदी ह से हम ह से हिंदु...

हिंदी दिवस पर विशेष
ह से हिंदी ह से हम ह से हिंदु...
: "हिंदी दिवस पर विशेष ह से हिंदी ह से हम ह से हिंदुस्तान है हिंदी हमारी राष्ट्र भाषा है हिंदी भारत की शान है देवनागरी ,बृजभाषा हो अवधी या र..."
हिंदी दिवस पर विशेष
 ह से हिंदी ह से हम ह से हिंदुस्तान है
हिंदी हमारी राष्ट्र भाषा है हिंदी भारत की शान है
देवनागरी ,बृजभाषा हो अवधी या राजस्थानी 
भोजपुरी ,गुजराती  मराठी सब है हिन्दुस्तानी
बोले चाहे कोई भी भाषा लिखते सब हिंदी है
अन्य भाषाए आभूषन है हिंदी माथे की बिंदी है
जन्म लिया हिंदी मे रोये ,बोले तो हिंदी में
माँ ने जब लोरिया सुनाई ,सोये तो हिंदी में
उठते हिंदी सोते हिंदी ,हँसते हिंदी रोते हिंदी
जीवन के सब संघर्शो में ,हमको हिम्मत देती हिंदी
रोज़ी हिंदी ,रोटी हिंदी ,मजदूरों की बोली हिंदी
पनघट पर पनिहारन के संग ,करती रोज़ ठिठोली हिंदी
हिंदी भजन ,कीर्तन हिंदी ,आरती की जयकार है हिंदी
अतिथि देवो भव का मंत्र है हिंदी ,स्वागत और सत्कार है हिंदी
हिंदी की ध्वज पताका लेकर ,दुनिया मे फैरा रहे है
हिंदी हमारी  मातरिभाषा है ,हम हिंदी दिवस मनारहे है
रजनी कान्त शर्मा राजू   

lokmangalneerav.blogspot.com

"जय लोक मंगल जय हिंदी जय हिंदी भाषी ह से हिंदी ,ह से हम ,ह से हिंदुस्तान है हिंदी हमारी राष्ट्र भाषा है ,हिंदी भारत की शान है ..."

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जय लोक मंगल       जय हिंदी       जय हिंदी भाषी
  
पंडित सुरेश नीरव ने लेखनी से कई समुद्र मथ डाले है
करके समुन्द्र मंथन हिंदी का अनेको रत्न निकाले है 
पथिक ,हंस ,पूनम ,नीलम ,परमार ,मधु हो चाहे सचान
राजू ,दया ,मानव ,पी एन सिंह ,सब ,लिख लिख बन रहे महान I    

जय हिंदी           जय हिंदी भाषी     जय हिंदुस्तान